बाॅलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत 23 मार्च को अपना 35वां जन्मदिन मना रही हैं। कंगना अपना ये जन्मदिन माता के दरबार वैष्णो देवी में अपनी बहन और परिवार के साथ मत्था टेक कर मना रहीं हैं। इसके साथ ही कंगना रनौत अपने जन्मदिन पर माता से ये मांग रहीं होंगी कि, अब तक जितने भी उनके द्वारा दिए विवादस्पद ब्यान के बाद उन पर जो मामले दर्ज हुए हैं वो ख़त्म हो जाएँ। लेकिन इस बीच मुंबई के अँधेरी कोर्ट ने उन्हें बड़ा झटका दिया है। कंगना रनौत ने कोर्ट में अपील की थी कि उन्हें लेखक जावेद अख्तर के केस में पेशी से परमानेंट रियायत मिल जाए। लेकिन कोर्ट ने उनकी ये अपील रिजेक्ट कर दी है।
मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कंगना की अपील को खारिज कर दिया। इसके साथ ही अदालत ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर कुछ हालातों में ही एक्ट्रेस को कोर्ट में पेशी से रियायत दी जाएगी। ये मामला 2020 का है, जब लेखक जावेद अख्तर ने कंगना रनौत पर मानहानि का मामला केस फाइल किया था। जून, 2020 में एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के आकस्मिक निधन के बाद कंगना ने एक इंटरव्यू में प्रसिद्ध लेखक जावेद अख्तर को बॉलीवुड के ‘सुसाइड गैंग’ से जुड़ा बताया था। कंगना ने कहा था कि ये उस गैंग का हिस्सा हैं जो ‘आउटसाइडर्स’ को अपनी जिंदगी खत्म करने के लिए उकसाते हैं। इसके कुछ दिनों बाद ही जावेद अख्तर ने कंगना रनौत पर मानहानि का केस फाइल किया था।
इस मामले के बाद कंगना ने भी जावेद अख्तर पर शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत में कंगना ने जावेद अख्तर पर ‘जबरन वसूली और आपराधिक धमकी’ की बात कही थी। कंगना ने अपनी इस शिकायत में कहा था कि वह 2016 में अपनी बहन रंगोली चंदेल के साथ जावेद अख्तर के घर गई थीं। उस समय कंगना और ऋतिक रोशन के अफेयर की खबरें सामने आई थीं। कंगना का आरोप था कि जावेद अख्तर ने उन्हें ‘दुर्भावनापूर्ण और गलत इरादे’ से घर बुलाया और ‘आपराधिक रूप से धमकाया”।