1 अगस्त, 1932 वह तारीख है, जब महजबीन (जो बाद में मशहूर अदाकारा मीना कुमारी बनीं) ने इस दुनिया में कदम रखा था। पिता अली बख्श और मां इकबाल बेगम (मूल नाम प्रभावती) के पास डॉक्टर को देने के पैसे नहीं थे। हालत यह थी कि दोनों ने तय किया कि बच्ची को मुस्लिम यतीमखाने के बाहर सीढ़ियों पर छोड़ दिया जाए। छोड़ भी आ। पर पिता का मन नहीं माना। पलट कर अली बख्श भागे और बच्ची को गोद में उठा कर घर ले आए। किसी तरह परवरिश की।
महजबीन ने छोटी उम्र में ही घर का सारा बोझ अपने कंधों पर उठा लिया। सात साल की उम्र से ही फिल्मों में काम करने लगीं। बेबी मीना के नाम से पहली बार फिल्म ‘फरजद-ए-हिंद’ में नजर आईं। इसके बाद लाल हवेली, अन्नपूर्णा, सनम, तमाशा आदि कई फिल्में कीं। लेकिन उन्हें स्टार बनाया 1952 में आई फिल्म ‘बैजू बावरा’ ने। इस फिल्म के बाद वह लगातार शोहरत की बुलंदियां चढ़ती गईं। ये कहानी है गुज़रे ज़माने की एक्ट्रेस मीणा कुमारी कि, अब खबर है की उनकी ज़िन्दगी पर फिल्म बनने जा रही है। और मीना कुमारी का किरदार करने का ऑफर एक्ट्रेस कृति सेनन को ऑफर गई है।
रिपोर्ट्स की मानें तो मीना कुमारी के इस बायोपिक को ‘टी-सीरीज प्रोड्यूस कर सकती है। फिल्म के प्रोड्यूसर्स ने कृति को अप्प्रोच भी किया है। कहबरों की मानें तो इस किरदार को निभाने के लिए कृति काफी उत्साहित है और गर्व महसूस कर रही हैं।
हाल ही में कृति फिल्म ‘बच्चन पांडे’ में नजर आई थी। फिल्म में अक्षय कुमार, अरशद वारसी और जैकलीन फर्नांडीज जैसे कलाकार अहम भूमिका में दिखाई दिए थे। साथ ही कृति ‘शहजादा’, ‘आदिपुरुष’, ‘भेदिया’ और ‘गणपथ’ जैसी फिल्मों में अहम किरदार में दिखाई देंगी।
मीना कुमारी ने कॅरिअर में जो बुलंदियां हासिल की, निजी जिंदगी में उतनी ही मुश्किलें झेलीं। जन्म से लेकर अंतिम घड़ी तक उन्होंने दुख ही दुख झेला। कामयाबी का जश्न मनाने का वक्त आता, तब भी कोई न कोई हादसा उनका पीछा करता ही रहता।