‘मौसम’, ‘सत्ते पे सत्ता’, ‘अहिस्ता अहिस्ता’, ‘दूरियां’ और ‘हकीकत’ जैसी फिल्मों के लिए कई यादगार गाने गा चुके दिग्गज गजल गायक भूपिंदर सिंह का 82 साल की उम्र में निधन हो गया है। मुंबई के क्रिटी केयर अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उनकी पत्नी मिथाली सिंह ने भूपिंदर सिंह के निधन की पुष्टि की है। 10 दिन पहले ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक इलाज के दौरान जांच में भूपिंदर सिंह को बड़ी आंत में कैंसर की आशंका नजर आ रही थी। उन्हें कोविड भी हो गया था जिसके बाद उनकी सेहत में लगातार गिरावट आ रही थी। एक तरफ स्कैनिंग में कैंसर के बढ़ने की आशंका साफ दिख रही थी और दूसरी तरफ उनका कोविड भी ठीक नहीं हो रहा था। इसी बीच सोमवार को उन्होंने प्राण त्याग दिए।
भूपिंदर सिंह के निधन की जानकारी उनकी पत्नी मिताली सिंह ने दी है। समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, मिताली सिंह ने कहा, ''वो कुछ वक्त से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। साथ ही उन्हें यूरिनरी इशूज भी थे।'' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूपिंदर सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया दिग्गज गायक भूपिंदर सिंह का जन्म 6 फरवरी, 1940 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था। उन्होंने गायकी की शुरुआती शिक्षा अपने पिता नाथा सिंह जी से प्राप्त की थी। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत ऑल इंडिया रेडियो दिल्ली से की थी।
Anguished by the passing away of Shri Bhupinder Singh Ji, who has given memorable songs for decades. His works struck a chord with several people. In this sad hour, my thoughts are with his family and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 18, 2022
इसके बाद उन्होंने दिल्ली स्थित दूरदर्शन में भी काम किया और बाद में मदन मोहन ने भूपिंदर सिंह को फिल्म हकीकत में मोहम्मद रफी साब के साथ होके मजबूर मुझे उसने बुलाया होगा गाने का मौका मिला, लेकिन उन्हें कुछ खास पहचान नहीं मिली। उन्हें पहचान साल 1978 में आई फिल्म वो जो शहर था से मिली थी। इसके बाद उन्होंने फिर कभी पीछे मुडकर कभी नहीं देखा।
उनके कुछ प्रसिद्ध गीत होके मजबूर मुझे, उसे बुलाया होगा, (मोहम्मद रफी, तलत महमूद और मन्ना डे के साथ), दिल ढूंढता है, दुकी पे दुकी हो या सत्ते पे सत्ता जैसे गानों को अपनी बेहतरीन आवाज दी है। 82 वर्षीय गायक को मौसम, सत्ते पे सत्ता, अहिस्ता अहिस्ता, दूरियां, हकीकत और कई अन्य फिल्मों में उनके गीतों के लिए याद किया जाता है।