यूडली प्रोडक्शन की बनी फिल्म 'चमन बहार' नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है. ‘तम्बाकु और प्यार सेहत के लिए हानिकारक हैं’ यह किसी गांव देहात के लड़के का डायलॉग नहीं है बल्कि फ़िल्म 'चमन बहार' के पोस्टर पर की लाइन है. जितेंद्र कुमार की पंचायत कुछ ही दिन पहले अमेजन प्राइम पर आयी थी जिसमें गांव के भोले भाले जीवन को लोगों ने काफी सराहा भी था. अब फ़िल्म चमन बहार में जितेंद्र कुमार एक लड़की के प्रेम में डूबे दिखाई देंगे. फिल्ममेकर प्रकाश झा को असिस्ट कर चुके अपूर्वधर बडगैयां की बतौर लेखक और निर्देशक यह पहली फिल्म है.
फिल्म 'चमन बहार' की कहानी छत्तीसगढ़ के छोटे से कस्बे लोरमी में गढ़ी गई है. अपनी पहचान बनाने के लिए एक चपरासी का बेटा बिल्लू (जितेंद्र कुमार) पान की दुकान चमन बहार नाम से खोलता है. शहर के बाहरी इलाके में होने के कारण वहां भीड़भाड़ नहीं होती. उसकी जिंदगी में उस समय बहार आ जाती है जब दुकान के सामने स्थित मकान में जूनियर इंजीनियर अपने परिवार साथ रहने आते हैं. उनकी बेटी रिंकू ननोरिया (रितिका) इलाके के लड़कों का आकर्षण का केंद्र बन जाती है. उसकी झलक पाने के लिए इलाके के लड़कों से लेकर युवा राजनेता और वन विभाग के अधिकारी का लड़का तक पान की दुकान पर आने लगते हैं. बिल्लू मन ही मन रिंकू से प्यार करने लगता है. एक दिन हिम्मत करके आई लव यू का कार्ड उसकी बालकनी में फेंकने का प्रयास करता है जो उसके पिता के हाथ लग जाता है. फिल्म में लड़के की मनोदशा और एकतरफा प्रेमकहानी को बयां किया है.
(Source: Youtube)