पिछले साल पंकज त्रिपाठी ने 'लुडो', 'गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल', 'मिर्जापुर 2' और 'क्रिमिनल जस्टिस: बिहाइंड द क्लोज डोर्स' से अपना दबदबा कायम रखा. वहीं साल 2020 में एक शानदार साल के बाद, पंकज त्रिपाठी ने 'कागज़' के साथ फ्रंट फुट पर साल 2021 शुरू किया है. डायरेक्टर सतीश कौशिक की इस फिल्म को मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है. हाल ही में पंकज ने अपनी फिल्म को लेकर बात करते हुए कहा कि इस फिल्म से पहले मैंने कभी खुद को हीरो के रूप में नहीं देखा था. बता दें कि, ये फिल्म लाल बिहारी की वास्तविक जीवन की कहानी पर आधारित एक किसान, जिसे कागज पर मृत घोषित कर दिया गया था, फिर इसके बाद लाल बिहारी सिस्टम से लड़कर कैसे जीत ता है ये ही फिल्म में दिखाया गया है.
एक लीडिंग वेबसाइट से बात करते हुए पंकज त्रिपाठी ने कहा कि, ' मैंने खुद को कभी भी हीरो मैटेरियल के रूप में नहीं सोचा. मैं एक एक्टर हूं और मुझे एक्टिंग में अच्छा माना जाता है, लेकिन मुझे लेकर सोलो फिल्म बनाने के बाद मुझे लगता है कि इस किरदार ने इंडस्ट्री में हीरो की डेफिनेशन को रीडिफाइंड किया है. यह एक दलित व्यक्ति की कहानी है जो सिस्टम से लड़ता है और वो ही फिल्म का हीरो है.'
पंकज ने आगे कहा कि, 'मुझे खुशी है कि सतीश सर और सलमान सर ने मुझे इस फिल्म में काम करने का मौका दिया. कई कलाकारों के बीच काम करना अलग बात है पर अपने कंधे पर फिल्म लेकर चलना अलग बात है. मैं खुश हूं कि सतीश सर और सलमान सर ने मुझे इस प्रोजेक्ट के लिए चुना मुझे इसके योग्य समझा. मुझे उम्मीद है कि इस फिल्म के बाद और लोगों का मुझ पर और भरोसा बढ़ेगा.'
(Source: Midday)