हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरीज तांडव के खिलाफ दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई थी. इस अर्जी में तांडव सीरीज और उसको बनाने वाले टीम जिसमें अब्बास जफर,अपर्णा पुरोहित, हिमांशु कृष्ण मेहरा, गौरव सोलंकी, सैफ अली खान, मोहम्मद जीशान अय्यूब, गौहर खान शामिल है, उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की गई थी. वहीं आज पटियाला हाउस कोर्ट ने वेब सीरीज 'तांडव' के खिलाफ दाखिल याचिका पर सुनवाई 19 अप्रैल तक स्थगित कर दी है. अदालत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आज सुनवाई की लेकिन 19 अप्रैल को सभी को कोर्ट में पेश होना पड़ेगा तब सुनवाई होगी.
CRPC की धारा 200 के तहत हिंदू सेना के संस्थापक विष्णु गुप्ता द्वारा शो के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. अपनी याचिका में विष्णु गुप्ता ने आरोप लगाया कि इस शो ने हिंदू देवताओं का मजाक बनाया और धार्मिक भावनाओं को आहत किया है.
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अमेज़ॅन प्राइम वीडियो की ये वेब सीरीज पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने और आपत्तिजनक भाषा का उपयोग करने के लिए कई मामलों का सामना कर रही है. तांडव के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं. जिसमें दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी.
वहीं बता दें कि, उत्तर प्रदेश पुलिस की चार-सदस्यीय टीम गुरुवार को 'तांडव' शो के निर्देशक अली अब्बास जफर के घर पर उनके खिलाफ लखनऊ में दर्ज एक मामले के संबंध में नोटिस देने पहुंची थी. हालांकि, अली के घर पर कोई नहीं मिलने के बाद, पुलिस ने उनका नोटिस चिपकाया था. जिसके बाद लेखक गौरव सोलंकी को भी नोटिस भेजा गया था. नोटिस में, फिल्ममेकर और लेखक को 27 जनवरी को सुबह 10 बजे लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. वहीं सूत्रों से हमें पता लगा था कि, मुंबई में यूपी पुलिस द्वारा निर्देशक अली, निर्माता हिमांशु मेहरा और लेखक गौरव सहित 'तांडव के निर्माताओं से पूछताछ की गई थी. यह पूछताछ अंधेरी में चार घंटे तक चली थी.
बता दे कि, वेब सीरीज 'तांडव' के पहले एपिसोड में दिखाया गया है कि जीशान अय्यूब यूनिवर्सिटी के फंक्शन में भगवान शिव का रोल प्ले कर रहे हैं लेकिन उनका गेटअप शिव की तरह नहीं है. इस दौरान नारद के वेश में एक और कलाकार कहता है, 'नारायण-नारायण। भोले नाथ... प्रभू... ईश्वर... ये रामजी के फॉलोअर्स लगातार सोशल मीडिया पर बढ़ते ही जा रहे हैं. मुझे लगता है कि हमें भी कुछ नई सोशल मीडिया रणनीति बना ही लेनी चाहिए.' इस पर जीशान अय्यूब कहते हैं, 'क्या करूं मैं तस्वीर बदल दूं क्या?' इसके बाद नारद के वेश में कलाकार कहता है, 'भोलेनाथ आप तो बहुत ही भोले हैं. कुछ नया कीजिए बल्कि कुछ नया ट्वीट कीजिए. कुछ सनसनीखेज, कुछ भड़कता हुआ शोला. जैसे कैम्पस के सभी विद्यार्थी देशद्रोही हो गए और आजादी-आजादी के नारे लगा रहे हैं।' जीशान अय्यूब कहते हैं, 'आजादी और फिर बीप की आवाज आती है.'
जीशान अय्यूब नारद के वेश में कलाकार से कहते हैं, 'जब मैं सोने गया था तब तक आजादी कूल चीज होती थी और अब बुरी होगी क्या?' इसके बाद जीशान अय्यूब विद्यार्थियों से कहते हैं, 'तुम लोगों किस चीज आजादी चाहिए.' इस पर विद्यार्थी कहते हैं कि भुखमरी, सामंतवाद, जातिवाद और भ्रष्टाचार से आजादी चाहिए. तब जीशान अय्यूब कहते हैं, 'मतलब देश से आजादी नहीं चाहिए कि देश में रहते हुए आजादी चाहिए. इनको समझाओ कि जिओ और हमें भी जीन दो.'
(Source: India Today)