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एक बार एक प्रोड्यूसर ने कहा, इनके चेहरे की तरफ देखो, क्या यह हीरोइन की तरह लगती हैं- विद्या बालन 

विद्या बालन को फिल्म इंडस्ट्री में काम करते 15 साल हो गए हैं. शुरूआती दौर में विद्या को काम मिलने में कई दिक़्कतों का सामना करना पड़ा. मिड डे को दिए इंटरव्यू में विद्या ने बताया कि कैसे एक बार उन्हें एक प्रोड्यूसर ने कहा कि 'इनके चेहरे की तरफ देखो, क्या ये हीरोइन की तरह लगती है'. 

पहले विद्या ने बताया कि वह 15- 20 शोज का हिस्सा बननेवाली थी लेकिन वह नहीं हो पाया. उन्हें भी नहीं समझ आया कि क्या हुआ. विद्या ने बताया कि वह बहुत पागल दौर था. उन्होंने कहा, 'मैं जो कुछ भी छूती वह धूल में बदल जाता. मुझे याद है कि एक बार मैं नरीमन पॉइंट से बांद्रा चल कर जा रही थी, सिर्फ इसलिए कि मैं अपने दिमाग को क्लियर कर सकूं. गर्मी थी लेकिन आपको पता है कि फिल्मों में नायक बस चलता है और दौड़ता जाता है. यह सब सच में मेरे साथ में हुआ. 

उन्होंने आगे कहा, 'यह वह समय था जब मैंने के. बालचंदर के साथ दो फिल्में साइन की थीं, जिन्होंने 'एक दूजे के लिए' बनाई थी. हमें न्यूजीलैंड में फिल्म की शूटिंग करनी थी. मुझे लगा कि वे शूटिंग के लिए मेरा पासपोर्ट मागेंगे. शूटिंग के लिए तीन हफ्ते थे और उन्होंने नहीं कहा. हम उन्हें फ़ोन कर रहे थे लेकिन वह फ़ोन पर नहीं आ रहे थे. फिर मेरी मां ने उनकी बेटी को कॉल किया और उन्होंने कहा, 'सॉरी लेकिन हमने इस्टेब्लिश्ड एक्टर को लेने का फैसला किया.  विद्या ने आगे बताया, 'मुझे याद है एक दिन मैं कैब से नरीमन पॉइंट गयी, कुछ देर वहां बैठी फिर चलकर बांद्रा गयी. एक और तमिल फिल्म में पहले शेड्यूल के बाद मुझे रिप्लेस कर दिया गया. मेरे पाटा-  चेन्नई आये. हम प्रोड्यूसर के ऑफिस गए और उन्होंने कहा, ' इनके चेहरे की तरफ देखो क्या यह हीरोइन की तरह लगती है.'

'डर्टी पिक्चर' साइन करने के बाद विद्या बालन को लोगों से मिला था ऐसा रिएक्शन, कुछ ने कहा था 'पागल हो गयी हो ?' 

 

2005 में पहली फिल्म 'परिणीता' की रिलीज और सफलता के बाद कमल हासन के साथ एक फिल्म करने से विद्या ने इंकार कर दिया था. इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा, 'हां, यह सच है. मैं एयरपोर्ट पर प्रोड्यूसर से मिली, मैं उनका नाम नहीं लुंगी. उन्होंने मुझसे कहा, क्या मैं तुम्हे याद हूं. मैंने कहा, हां बिलकुल.  उन्होंने बताया कि उन्होंने 'लगे रहो मुन्ना भाई देखी और वह मुझे फिल्म में कास्ट करना चाहते हैं. मैंने कहा आप मेरे मैनेजर से बात करो और उन्हें उसका नंबर दे दिया. हैब मैं घर वापस आयी तो मेरे पिता को मान्यता का भाव हुआ. इससे पहले वो मेरे लिए अपमानित महसूस कर रहे थे. ये वही प्रोड्यूसर थे जिनसे मेरे माता- पिता मिले थे. कमल हासन ने फिर मुझे फिल्म के लिए बुलाया और मुझे कमल हासन बहुत पसंद हैं, लेकिन मैं फिल्म नहीं कर सकी, इसका एक ही कारण था कि उन्हें मेरे छह महीने का समय चाहिए था और मैंने अभी अपने करियर की शुरुआत की थी. मैं छह महीने अफ़्फोर्ड नहीं कर सकती.' 

 

(Spurce: Mid- Day)

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