बेहद टैलेंटेड एक्टर विश्वजीत प्रधान की कमाल की एक्टिंग के बारे में कौन नहीं जानता है. अब तक हिंदी सिनेमा की कई हिट फिल्मों में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके विश्वजीत, अब OTT की दुनिया में भी एक्टिंग से सभी का दिल जीत रहे हैं. ऐसे में PeepingMoon को दिए अपने एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में विश्वजीत ने धमाका में अपने किरदार से लेकर हाल ही में रिलीज हुई आर्या 2 की जबरदस्त सफलता और को-स्टार सुष्मिता सेन की दिल खोलकर तारीफ की है.
आर्या 2 की सफलता देख कैसा महसूस कर रहे हैं आप ?
-- मैं कहूंगा की बहुत ही ख़ुशी वाला माहौल है, क्योंकि क्या है कि यह पूरा प्रोसेस है एक फिल्म या वेब सीरीज प्लान होती है फिर बनती है, एक आईडिया होता है, फिर वो लिखा जाता है फिर एक कास्टिंग होती है और एक प्रॉपर तरीके से शूट होता है, लेकिन जो उसका अंतिम चरण है जो कंप्लीशन है वो तब ही है जब वह ऑडियंस तक सही तरीके से पहुंचे और ऑडियंस और उसे पसंद करें. तो ऑडियंस को बड़ा मजा आया है, सभी ने मतलब यंग ऐज ग्रुप है, ओल्डर ऐज ग्रुप है. वहीं पॉपुलर श्रेणी में देखें या फिर क्रिटिक्स की श्रेणी में देखें, इसे लोगों द्वारा हर कैटेगरी में पसंद किया गया है. तो इस तरह का रिस्पांस देख कर बहुत बढ़िया लगा. जब आपको इस तरह का प्यार मिलता है, जो हमें मिल रहा है मतलब वेब सीरीज आर्या सीजन 2 भी और जो मेरा जो किरदार है संपथ उसे भी.
संपथ के किरदार को करने के लिए आपको किस चीज ने सबसे ज्यादा आकर्षित किया था ?
-- सबसे पहले एक वो राजस्थान या हरियाणा बैकड्रॉप का है और एक देसी करैक्टर जिसमे देसी एलिमेंट्स थे, जो अट्रैक्टिव थी. इस मेन चीज जो थी, एक था कि भाई मेकर कौन है भाई राम माधवानी का बहुत अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड रहा है, राम माधवानी टॉप ऐड फिल्ममेकर्स में से हैं और फिल्में भी बहुत अच्छी बना रहे हैं, तो उनका जो है न एक राम माधवानी, सुष्मिता सेन के साथ एक अच्छी कास्ट है एक अच्छे प्लेटफॉर्म के लिए बन रहा है. मुझे लगता है कि इन सभी फैक्टर्स का मिक्स कहीं न कहीं वो फैसला लेने पर ज्यादा दिक्कत नहीं हुई.
आपने अब तक पॉजिटिव से लेकर निगेटिव हर तरह के किरदार किये हैं. आखिर आप दोनों को बैलेंस की तरह से कर पाते हैं ?
-- एक्चुअली दोनों ही जितने ही अलग-अलग किरदार, वेराइटी करने को मिलती है, वो उतनी ही तुम्हे एनर्जी देती है. इस तरह से जितना अलग करते हैं, उतना ही अलग करने की हमारी क्षमता बढ़ती रहती है और उसके साथ ही भूख बढ़ती रहती है. क्योंकि एक जो हमारी इंडस्ट्री में प्रचलन रहा है और अभी भी है काफी हद तक टाइपकास्टिंग करने का लोगों को जैसे कोई हीरो है अगर रोमांटिक, जैसे ऋषि कपूर हैं वो रोमांटिक हीरो ही रहे हमेशा जब वह हीरो रहे. जब वह हीरो के रोल से बाहर निकले तब उन्हें बड़े ही इंटरेस्टिंग किरदार करने मिले. अगर कोई एक्टर एक्शन हीरो है तो वही रोल कर रहा है या कोई एक्टर विलन के रोल में फंस गया है तो वो विलन और विलन भी टिपिकल टाइप का ही करता जाता है. तो मुझे लगता है कि एक तो उससे बचने का भी मैंने कोशिश तो की है अपने करियर में थ्रू आउट की जितना भी लिमिटेड दायरे में अलग करने की कोशिश जितना हो सके कर सकू. अभी है कि OTT की वजह से कई नए डायरेक्टर्स कई नए तरह के आइडियाज के साथ सामने आ रहे हैं. लोग हमें एक नए नज़रिए से देख रहे हैं, वही पुराने घिसेपिटे मापदण्डों में नहीं तोल रहे हैं. जैसे यह एक एक्टर है तो ऐसी ही एक्टिंग करेगा या फिर ऐसा ही रोल करेगा. मुझे बड़ा मजा आ रहे है अलग-अलग तरह के रोल्स हैं और जितना हम एक एक्टर के रूप में खुद को चैलेंज करेंगे, उतना ही हम अपने कम्फर्ट जोन से बाहर आते हैं, एक एक्टर को अपनी एक्टिंग की जो मसल्स है उसकी कसरत करने का अपने दिमाग को इस्तेमाल करने का नए चैलेंजेज फेस करने का उतना ही हमें भी अपनी कला निखारने का एक मौका मिलता है.
धमाका में कार्तिक आर्यन और आर्या में सुष्मिता सेन के साथ काम करने का कैसा था आपके एक्सपीरियंस ?
--बहुत ही अच्छा रहा और मैं कहूंगा कि मेरे दोनों जो रोल थे वो बहुत ही अलग थे. धमाका एक दम अलग तरह का सब्जेक्ट है, आर्या एक दम अलग तरह का सब्जेक्ट है और मेरे जो किरदार हैं, उसमे मैं डिप्टी मिनिस्टर सुभाष माथुर वो एक सिविल सर्विस का बंदा है, जो ब्यूरोक्रेसी से निकला है और अभी पॉलिटिकल एरिना में मौजूद है. वह एक टेररिस्ट से डील करते हुए कैसे भाई उसको सिचुएशन शांतिपूर्वक हैंडल भी करनी है, टेररिस्ट को कंट्रोल भी करना है, बिना किसी तरह का वादा किए, सरकार की तरफ से. वो ऐसा है कि देना भी कुछ नहीं है और पाला भी मारना है और शांति से करना है क्योंकि पब्लिक टेलीविज़न पर लाइव चल रहा है. तो था धमाका में मेरा एक ही सीन लेकिन जिन लोगों ने फिल्म देखि है, उन्हें वो किरदार याद है और उन्हें पसंद भी आया है और वो किरदार कहानी में एक बड़ा मोड़ लेकर आता है. और कार्तिक आर्यन के साथ ही काम कर के बहुत अच्छा लगा, वो इंडिया के न्यू हार्टथ्रोब में से हैं, बहुत पॉपुलर हैं और उनकी भी कहीं न कहीं एक इमेज चेंज हुई धमाका के संग. लोग उन्हें रोमांटिक, कॉमेडी वाले प्लॉट में ज्यादा देख रहे थे, सडनली लोग उन्हें ऐसे एक के रूप में देख रहे हैं, जो सीरीज सब्जेक्ट को भी कर सकता है.
सुष्मिता जी, हमारी वो जैसे यही कहूंगा कि जैसे वो मणिकर्णिका की बात करते हैं, वैसे ही सुष्मिता यानी आर्या एक योद्धा है. इतिहासिक कॉन्टेक्ट में कहे तो जिस तरह से हमारी अहिलायाबाई, झाँसी की रानी, इन्होने लड़ाई लड़ी थी इसी तरह इसके कॉन्टेक्स्ट में देखें तो आर्या भी अपने दुश्मनों से लड़ रही है. सुष्मिता उनका कोई जवाब ही नहीं है, वह बहुत ही वॉर्म पर्सनालिटी हैं, बहुत ही मिलनसार. एक्टिंग क्या है यह एक यज्ञ की तरह है, जब मिलजुलकर फिल्म मेकिंग होती है, सब मिलकर अपनी-अपनी तरफ से अपना बेस्ट देते हैं और जब मिलजुलकर जो इसका रिजल्ट सामने आता है, वो फिल्म होती, वो वेब सीरीज होती है, या फिर वह एक क्रिएटिव एनर्जी जब मिलती हैं, तो वही है वो सुष्मिता करती हैं. वह सब कुछ अपना देती हैं पूरे दिल से और बिना किसी इनसिक्युरिटी के वो अपना कंट्रीब्यूट करती हैं और इसी लिए मजा भी आता है काम करने में. प्रोटागोनिस्ट जब इतना ब्रिलियंट हो ऑनस्क्रीन भी और ऑफस्क्रीन भी.
आने वाले समय में वो कौन से प्रोजेक्ट्स हैं जिसमे आपके फैंस आपको देख पाएंगे ?
-- बहुत से प्रोजेक्ट्स हैं, लेकिन जब तक चीजे फाइनल नहीं होते तब तक बात करना सही नहीं है.