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उस किरदार को निभाने में मुश्किल होती है जिसके लिए आप तैयार नहीं होते- बोमन ईरानी

चाकरी टोलेटी द्वारा निर्मित 'वेलकम टू न्यू यॉर्क' एक मल्टी स्टारर कॉमेडी फिल्म हैं. फिल्म आपको हंसने पर मजबूर कर देगी लेकिन उससे पहले फिल्म में मुख्य किरदार निभा रहे बोमन ईरानी से कुछ खास बातचीत

1. 'वेलकम टू न्यू यॉर्क' में पूरा बॉलीवुड समां गया हैं इसके बारें में कुछ बताइए?
ये जो आइफा अवॉर्ड्स हैं. बरसो से विज क्राफ्ट इस इवेंट को ऑरगनाइज करते आए हैं. यह बहुत बड़ा इवेंट हैं. टेक्निशियंस, डांसर्स और मेकअप आर्टिस्ट्स, मीडिया पीपल हजारों लोग को वहां लेके जाना और इवेंट ऑर्गनाइज करना बहुत मुश्किल होता हैं. कोई इवेंट हो चाहे वो छोटा सा फंक्शन ही क्यों ना हो लाइव में कुछ न कुछ गड़बड़ तो होता ही हैं तो बैकस्टेज जो होता हमने सोचा उसपर फिल्म बनाते हैं. मैंने भी पांच-छह आइफा अवॉर्ड्स को होस्ट किया हैं. दो-तीन स्पेशल अपीयरेंस में होस्टिंग की तो अगर मैं इस पिक्चर में नहीं रहूंगा (हंसते हुए) तो गलत हो होगा.

2. वेलकम टू न्यू यॉर्क' मल्टी स्टारर फिल्म हैं और 'हैप्पी न्यू ईयर' और थ्री इडियट्स' भी मल्टी स्टारर फिल्म थी टी कैसा एक्सपीरियंस था?
मेरे ख्याल से 'वेलकम टू न्यू यॉर्क' मल्टी स्टारर फिल्म से ज्यादा हैं. एक फिल्म में कई लोगों के साथ करना बहुत ज्यादा दिलचस्प की बात हैं. हम उस पल को एन्जॉय करते हैं. हर एक एक्टर कुछ नया लेके आता हैं. ऑडियंस को भी जाना पहचाना चेहरा देखने को मिलता हैं. आफ्टर शूटिंग भी बहुत मजा आता हैं. यह एक कॉमेडी फिल्म हैं तो हमें बहुत मजा आया. एक्टर्स आपके भाई-बहन की तरह होते हैं. आप उन्हें सपोर्ट करते हैं और वो आपको सपोर्ट करते हैं.

3. करन जौहर के साथ कैसा एक्सपीरियंस था?
करन जौहर पहले एक्टर थें. डायरेक्शन की शुरुआत उन्होंने कुछ कुछ होता से की. बहुत सारे डायरेक्टर्स ऐसे हैं जो दिल से एक्टर होते हैं. राजू हिरानी ने भी बहुत सारे एड फिल्म्स में एक्टिंग की हैं. करन जौहर का स्क्रीन प्रेजेंस अच्छा हैं. उनका सेन्स ऑफ हयूमर भी कमाल का हैं तो उनके साथ काम करना बहुत आसान हैं और वो दोस्त भी हैं तो दोस्तों के Comedy Film

Welcome To New साथ काम करने में मुश्किल नहीं होती.

4. 'वेलकम टू न्यू यॉर्क' के कांसेप्ट कांसेप्ट के बारे में पता चला कि ऐसी कोई फिल्म बन रही हैं तो क्या रिएक्शन था?
पहले ऐसी कोई फिल्म बनी नहीं हैं. यह एक फिक्शनल फिल्म हैं. बिहाइंड द सीन जो हम बातें करते हैं वहीं पर्दे पर दर्शाने की कोशिश कर रहे हैं. यह बहुत मुश्किल काम हैं कि सेट पर आपका कोई कंट्रोल नहीं हैं और सबकुछ नैचुरली हो रहा हैं.

5. आपने हर जॉनर की फिल्म की है तो किस किरदार को निभाने में ज्यादा मुश्किल हुई हैं? 
मुश्किल उस किरदार को निभाने में होती हैं जिसकी आप तैयारी नहीं करते यह तो वही बात हो गई कि एग्जाम की तैयारी नहीं की और पेपर देने चले गए. अगर आप पढ़ाई करेंगे तो पेपर आसान हो जाता हैं. मैं कॉमिक कैरेक्टर और सीरियस कैरेक्टर को डिफ्रेंशिएट नहीं करूंगा. कैरेक्टर, कैरेक्टर होता हैं.

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