अजय देवगन की फिल्म 'रैड' आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई हैं लेकिन रिलीज से पहले मैंने अजय के साथ खास मुलाकात की. इस मुलाकात में उन्होंने फिल्म से जुड़ी कई बातें मुझसे साझा की. अजय एक ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने कॉमेडी फिल्मों से लेकर एक्शन फिल्मों में काम किया हैं. मैं उनका जुहू स्थित बंगले में इंतजार कर रहा था. अजय को कपिल शर्मा के कॉमेडी शो 'फैमिल टाइम विथ कपिल शर्मा' की शूटिंग के लिए फिल्म सिटी (गोरेगांव) रवाना होना था. मैं उनकी गाड़ी में बैठकर जुहू से फिल्म तक गया.
1. इस बात से कितना खुश है कि 'रैड' पाकिस्तान में भी रिलीज हो रही . इससे पहले रिलीज हुई 'पद्मावत' 'पैडमैन' और 'परी' तीनों ही फिल्मों को पाकिस्तान ने बैन कर दिया था?
जी जरूर मैं बहुत खुश हूं. पाकिस्तान में मेरी बहुत फैन फॉलोइंग हैं. बहुत खुश हूं कि वहां की जनता फिल्म देख सकती हैं. मेरे ख्याल से पाकिस्तान की अथॉरिटी को पौराणिक कहानी और पीरियड ड्रामा फिल्मों से आपत्ति हैं और ऐसी फिल्में जिससे जनता को कोई संदेश मिलता हो, उनकी विचारधारा का हिस्सा नहीं हैं लेकिन मुझे यह बात समझ नहीं आई कि 'परी' पकिस्तान और UAE में रिलीज क्यों नहीं हुई. हो सकता है कि वो काले जादू जैसी चीजों पर विश्वास न करते हो.
2. फिल्म रिलीज हो रही है आपका का क्या कहना हैं ?
पिछले हफ्ते दिल्ली में मैंने 'रैड' देखी और सच कहूं तो मैं बहुत खुश था. मैंने अपनी उंगलियां क्रॉस राखी थी पता नहीं आगे रिलजी के बाद क्या होगा.
3. फिल्म से समीक्षकों की उम्मीदें बहुत ज्यादा हैं?
फिल्म के लिए बहुत लिमिटेड ऑडियंस होगी लेकिन मैं खुश होऊंगा अगर फिल्म को रिस्पेक्ट और सराहन मिली. गोलमाल अगेन की रिलीज से पहले मुझे ऐसा महसुस नहीं हो रहा था क्यूंकि मुझे पता थी कि फिल्म की अच्छी ओपनिंग होगी. हो सकता है कि 'रैड' को बहुत अच्छा रिस्पॉन्स ना मिलें लेकिन उम्मीद है कि ऑडियंस को फिल्म जरूर पसंद आएगी.
4. 'रैड' के पोस्टर में लिखा हैं ,'Heroes don't Come always in uniform' इस बारें में आप क्या कहना चाहते हैं?
मेरा कहने का मतलब है कि आप हीरो और गारा आप उस चीज के लिए लड़ते हो जिसमें आप बिलीव करते हो तो उसके लिए आपको यूनिफॉर्म पहनने की जरुरत नहीं हैं. मेरा यह बयान किसी इनकम टैक्स अफसर के लिए नहीं हैं. यह एक आदमी की ईमानदारी और देश के प्रति समर्पित प्यार के लिए हैं. कैसे वह अपने परिवार के जीवन को खतरे में डालकर सच्चाई और ईमानदारी के लिए अपना जीवन न्योछावर कर देता हैं. 'रैड' उसकी कहानी बताता हैं.
5. बॉलीवुड में पहले कभी 'रैड' पर फिल्म नहीं बनी और ना ही हॉलीवुड में फिल्म बनी हैं?
हां, मैं जानता हूं और मैंने अपने आप से पूछा की यह कैसे? मुझे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के बारें में कुछ नहीं पता. उनका काम करने का तरीका का क्या है. किस तरह से उनका पूरा सिस्टम काम करता हैं. आश्चर्य की बात है कि भारत में पहले कभी इस तरह की फिल्म नहीं बनी. मुझे जब फिल्म की कहानी सुनाई गई तब मैंने बिना वक्त गवाएं इसके लिए हां कर दी. फिल्म में एक्शन हैं, ड्रामा हैं, सस्पेंस भी है कैसे कोई इनकम टैक्स अफसर की काले धन के खिलाफ चल रही जंग में मदद करता हैं.
6. फिल्म में कोई एक्शन सीन नहीं हैं. क्या आप इस चीज को मिस करते हैं?
फिल्म के क्लाइमेक्स में रियल एक्शन हैं. फिल्म में हीरो अपनी जान बचाने के लिए लड़ता हैं लेकिन वह एक आम आदमी की तरह लड़ता हैं. वो 'सिंघम' नहीं है जो 20 आदमियों से एक साथ लड़ें. इसलिए मैंने एक्शन सीन को मिस नहीं किया.
7. क्या आईटी ऑफिसर्स देश में रैड की तलाश में रहते हैं?
मैं खुश हूं और यह उनके लिए अच्छा हैं. हर कोई भ्रष्टाचारी नहीं होता.
उम्मीद करता हूं कि फिल्म आईटी अफसर के लिए वही करें जो सिंघम ने पुलिस वालों के लिए किया था. सिंघम ने पुलिसवालों की छवि बदल दी हैं. मैं जहां भी जाता हूं, बहुत प्यार और सम्मान मिलता है क्यूंकि मैंने सिंघम बनाई हैं.
8. क्या आपने इनकम टैक्स अफसर शारदा प्रसाद पांडे से मुलाकात की, फिल्म में जिनका किरदार आप निभा रहे हैं?
हां, क्यूंकि मेरे लिए यह बहुत जरुरी था कि उनकी भावनाओं को में करीब से जानू. 1981 में जब वह काले धन के खिलाफ रैड की तैयारी कर रहे थें तो उन्हें कैसा लग रहा था. उस वक्त उनकी हालत खराब थी लेकिन अब यह इतना बुरा नहीं लगता. 37 साल बाद उनका रवैया बिल्कुल अलग था.
9. फिल्म में आपका किरदार क्या असली आईटी ऑफिसर के नजदीक हैं?
जब आप देश के लिए काम करते हो तो आपको बहुत सारी चीजों के लिए कुर्बानी देती हैं. बहुत से लोग हैं को ऐसा करने से पहले दो बार सोचते हैं या फिर शांत रहते हैं. मुझे उनकी इमानदारी को समझना था और क्यों वो इतने ईमानदार हैं. उनकी काबलियत को समझने के लिए मैंने उन्ही की तरह सोचना शुरू कर दिया. अमय पटनायक का किरदार सिंघम की तरह नहीं हैं. वह अपने शरीर के साथ लड़ाई नही लड़ता.
10. जब उन्हें पता चला कि आप उनका किरदार निभा रहे हैं तो क्या रिएक्शन था?
ओह, वो बहुत ज्यादा खुश थें.
11. 'रैड' के बारे में कुछ कहना चाहेंगे ?
जाएं और फिल्म देखें. यह सच्चाई और व्यावसायिकता का मिश्रण हैं. कोई ठंडी फिल्म नहीं हैं.
Translated by: Khushboo Sharma