सनी देओल की फिल्म 'यमला पगला दीवाना: फिर से' 31 अगस्त को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी. फिल्म में सनी के अलावा धर्मेंद्र, बॉबी देओल, कृति खरबंदा, असरानी, जॉनी लीवर और शरद सक्सेना अहम किरदारों में नजर आएंगे. फिल्म में सलमान खान, सोनाक्षी सिन्हा, रेखा और शत्रुघ्न सिन्हा मेहमान कलाकार की भूमिका में होंगे. सनी देओल ने हमसे की एक्सक्लुसिव बातचीत...
सवाल: 'यमला पगला दीवाना फिर से' की स्पेशल हाइलाइट क्या है?
जवाब: इस फिल्म में बस ये फर्क है कि पहले वाली 2 फिल्मों में हम तीनों रिलेटिड थे, इस फिल्म में बॉबी और मैं रिलेटिड हैं. पापा का किरदार अलग है. पर सारे किरदार पुरानी फिल्म के लिहाज के ही हैं.
सवाल: 'यमला पगला दीवाना' सफल रही, 'यमला पगला दीवाना 2' असफल रही, सीरीज की तीसरी फिल्म को लेकर कुछ एक्स्ट्रा सावधानियां बरतीं? क्या आपको फ्राइडे का डर अभी लग रहा है?
जवाब: जी हां, बिल्कुल फ्राइडे फीयर है, क्योंकि बहुत समय से मैं चाह रहा हूं कि हमारी कोई फिल्म चले. मेरा मानना है कि गिरोगे चलोगे, उठोगे फिर कुछ सीखोगे औेर आगे बढ़ोगे. यमला पगला दीवाना फिर से एक हिट फिल्म होगी. मजा ही उसी का है कि पता नहीं क्या होने वाला है. हम बिलकुल छोर पर खड़े हैं. फिल्म रिलीज होने के बाद हमें अचानक मालूम चलेगा कि दर्शकों को ये फिल्म पसंद आई है या नहीं. कितनी फिल्में होती हैं जिनका कुछ मतलब नहीं होता मगर वो चल जाती हैं. इसलिए कुछ भी कहना मुश्किल है.
सवाल: एक तरफ आप तीनों ने एक साथ 'अपने' जैसी सीरियस फिल्म की थी, और दूसरी तरफ 'यमला पगला दीवाना' की कॉमेडी सीरीज, क्या ज्यादा मजेदार लगता है?
जवाब: एक एक्टर को हर तरह की फिल्में पसंद होती है, स्क्रिप्ट अच्छी हो तो कैरेक्टर फ्लो करने में मजा आता है. इमोशनल सीन्स करने के बाद आप थोड़ा थकावट और भारीपन महसूस करते हैं. ज्यादा फर्क नहीं होता हर तरह की फिल्में करने में मजा आता है.
सवाल: अपनों के साथ काम करना कितना रिलिविंग होता है?
जवाब: हम सब रहते इकट्ठे हैं पर काम की वजह से साथ समय साथ नहीं बीता पाते. ऐसे में जब हम तीनों साथ में काम कर रहे होते हैं ये हमारे सबके लिए फायदे का सौदा हो जाता है. बार-बार सेट पर हम तीनों की नजर एक दूसरे पर रहती है. बॉबी देखता है पापा ठीक है, मैं बॉबी का ख्याल रखता हूं पापा हम दोनों को बार-बार पूछते रहते हैं, तो ये बहुत अच्छा हो जाता है.
सवाल: पहले प्रमोशंस नहीं होता था, अब पूरा फोकस फिल्म प्रमोशन पर होता है, इस पर आपका क्या कहना है?
जवाब: पीआर करना बहुत जरूरी हो गया है. पहले शांति रहती तो सब सुनाई देता था, अब इतना शोर मच रहा है कि चिल्लाना पड़ता है. तो इस चिल्लाने में कहीं ना कहीं, कोई ना कोई आपकी आवाज सुन ही लेगा. समय के साथ बदलना जरूरी हो गया है.
सवाल: जितना लिहाज का रिश्ता धर्मेंद्र-सनी के बीच है, क्या उतना ही करण-सनी के बीच भी है?
जवाब: हम लोगों के बीच कुछ नहीं बदला है, जैसा पापा और मेरा रिश्ता है, वैसा ही करण और मेरा भी है. घरों में पिता की एक छवि होती है जिससे सब डरते हैं और जो घर में डिसिप्लिन बनाए रखता है. जब करण कुछ गलत करता है तो मैं उसे बताता हूं कि ये गलत है और ये सही है. हमारा फर्ज है अपने बच्चों को सही रास्ता दिखाना.
सवाल: अभी भी आपको एक्शन पसंद है? क्या एक्शन करने में कोई तकलीफ महसूस होती है?
जवाब: नहीं, मुझे एक्शन करने में कोई दिक्कत नहीं महसूस होती. जैसे पहले एक्शन करने में सहज था वैसे ही आज भी हूं.
सवाल: बेव सीरीज के इस दौर में क्या आप बेव सीरीज करना चाहेंगे?
जवाब: जरूर. अगर अच्छी स्क्रिप्ट आई तो करूंगा. स्क्रिप्ट आती जाती रहती है पर मेरे पसंद की स्क्रिप्ट अभी मुझे नहीं मिली है.