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The Big Bull Review: अभिषेक बच्चन ने एक चालाक स्टॉक ब्रोकर की भूमिका के साथ लाई बाजार में उछाल

फ़िल्म: द बिग बुल

कास्ट: अभिषेक ए बच्चन, इलियाना डिक्रूज, सोहम शाह, निकिता दत्ता, सौरभ शुक्ला, सुप्रिया पाठक, राम कपूर, समीर सोनी, कानन अरुणाचलम, महेश मांजरेकर

निर्देशक: कूकी गुलाटी

ओटीटी: डिज्नी + हॉटस्टार

रेटिंग: 4 मून्स

द बिग बुल में, निर्देशक कूकी गुलाटी ने निम्न-मध्यवर्गीय गुजराती हेमंत शाह (अभिषेक ए बच्चन) की यात्रा को बताने की कोशिश की है, जो अपनी मां (सुप्रिया पाठक) और एक स्टॉकब्रोकर भाई वीरेन (सोहम शाह) के साथ रहता है. इसमें उन्होंने 1987 और 1992 के बीच के घोटालों को झलक देते हुए भारतीय बैंकिंग में ग्रे क्षेत्रों को उजागर किया है.

फिल्म की शुरुआत 1987 में भारत के दिवालिया होने की कगार से होती है. हेमंत, जो एक साधारण नौकरी से ठीक ठाक कमाई करता है, वह एक ऊंची छलांग लगाना चाहता है. वह बड़ा सपना देखता है और उसकी महत्वाकांक्षाएं बहुत बड़ी होती हैं. उसकी प्रेरणा प्रिया पटेल (निकिता दत्ता) है जिसे हेमंत पूरे दिल से प्यार करता है. हालांकि, उसके पिता उसके लिए एक ऐसा लड़का चाहते हैं, जिसके पास अपनी गाड़ी हो, अच्छा जॉब हो और सबसे पहली चीज वह भाड़े के घर में रहता न हो.

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इसके बीच में हेमंत को स्टॉक की दुनिया और शेयर बाजार से परिचित कराया जाता है. एकमात्र ब्रेडविनर होने के नाते, वह लोगो को बड़ा सोचने और सपने देखने के लिए प्रोत्साहित करता है. इसलिए वह इनसाइडर ट्रेडिंग का समर्थन करता है, जिसका अर्थ है किसी सार्वजनिक कंपनी के स्टॉक, शेयर, बॉन्ड आदि का व्यापार, फर्म के बारे में गैर-सार्वजनिक सामग्री की मदद से. जो कई देशों में अवैध है.

शेयर बाजार की ऊंचाई पर अपना रास्ता बनाते हुए, हेमंत 'बिग बुल' बन जाता है. वह नकली बैंक रसीदें (बीआर) सर्कुलेट करता है, शेयर बाजार में हेरफेर करने के लिए रिसॉर्ट्स, और अवैध गतिविधियों में अपनी गर्दन डुबो देता है. हालांकि, पत्रकार मीरा राव (इलियाना डिक्रूज) शेयर बाजार में अविश्वसनीय तेज के पीछे कुछ गड़बड़ होने की वजह को भाप लेती है.

वह हेमंत को बेनकाब करने के लिए पीछे पड़ जाती है, लेकिन यह उसके लिए आसान नहीं होता. इसके बीच, यह पता चला है कि हेमंत 5000 करोड़ के घोटाले के पीछे का मास्टरमाइंड है. जिसके बाद, मीरा सभी घोटालों के बाप को बेनकाब करने के मिशन पर निकल जाती है. जैसे ही वह अपनी तलाश शुरू करती है, कई अज्ञात अध्याय जीवित हो जाते हैं.

हालांकि कूकी का द बिग बुल कई घोटालों का लेखा-जोखा है, लेकिन यह स्पष्ट है कि फिल्म 1992 के हर्षद मेहता स्कैम से भारी संदर्भ देती है. हालांकि, निर्देशक अपनी कहानी के साथ आपको 2 घंटे 34 मिनट तक व्यस्त रखेंगे. कूकी ने अपनी फिल्म को विंटेज टच दिया है, जो आपको 80 और ‘90 के दशक का एहसास दिलाएगी. कूकी और अर्जुन धवन द्वारा लिखी गई कहानी और स्क्रीनप्ले तंग और कुरकुरी है. फिल्म में ऐसा कोई भी पल नहीं है, जब आप खुद को सुस्त पाएंगे. बिग बुल हेमंत को सही या गलत साबित करने का महिमामंडन या प्रयास नहीं करता है. यह बैंकिंग प्रणाली में खामियों और ग्रे क्षेत्रों को एक दर्पण दिखाता है.

अभिषेक ने अपने किरदार के साथ न्याय किया है. उन्होंने किरदार में खुद को ढालते हुए उन्होंने अपनी बॉडी लैंग्वेज को पूरी तरह से बदल दिया है. वह हमें हेमंत के जीवन में ले  जाते हैं और बाजार की सट्टाबाज़ी दिखाते हैं. वह महत्वाकांक्षी है, लेकिन एक प्यार करने वाला बेटा और एक पति जो अपनी पत्नी को खुश रखने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है.

इलियाना अद्भुत ढंग से पत्रकार की भूमिका निभाती हैं. मीरा के रूप में, वह कहानी को आगे बढाती हैं और कहानी को सुचारू रूप से आगे बढ़ने में मदद करती हैं. जबकि अभिषेक तूफान हैं, तो इलियाना द बिग बुल की शांति के रूप में नजर आएंगी. हालांकि, केवल एक चीज जो आर्टिफीसियल लगती है, वो है सफेद बाल जो वह फिल्म के अंत में दिखाती हैं. सोहम को शानदार तरीके से कास्ट किया गया है. एक छोटा भाई, वीरेन भी हेमंत का पार्टनर इन क्राइम है. वह अपने किरदार में अच्छी तरह से ढल गए हैं. निकिता की एक छोटी सी प्यारी भूमिका है. वह ताजी हवा की सांस के रूप में सामने आती हैं. सुप्रिया अपने सिंपल अंदाज में परफेक्ट लग रही हैं. मन्नू मालपानी और वकील अशोक मीरचंदानी के रूप में सौरभ शुक्ला और राम कपूर कम स्क्रीन समय का आनंद लेते हैं लेकिन अपना प्रभाव छोड़ते हैं. यूनियन लीडर राणा सावंत के रूप में महेश मांजरेकर का फिल्म में एक कैमियो है. बैंकर वेंकटेश्वर के रूप में कानन अरुणाचलम भूमिका में फिट नजर आ रहे हैं. संजीव कोहली के रूप में समीर सोनी ने भी अच्छा काम किया है.

संवाद लेखक रितेश शाह द्वारा लिखे गए डायलॉग्स शानदार हैं. रितेश ने कहानी को आसान, सरल और समझने वाला बनाया है. द बिग बुल में प्रोडक्शन डिजाइन और विवरण आपको उस समय में लेकर जायेगा. भीड़भाड़ वाले चॉल से लेकर भव्य आलीशान पेंटहाउस तक का एहसास वास्तविक है. फोटोग्राफी के निदेशक विष्णु राव ने चॉल, स्टॉक मार्केट्स और हेमंत के शानदार जीवन को खूबसूरती से कैद किया है. एडिटर धर्मेंद्र शर्मा ने द बिग बुल को शार्प, क्रिप्स और बिंदु पर रखा है. फिल्म को अजय देवगन और आनंद पंडित द्वारा प्रोड्यूस किया गया है और इसे अभिषेक और कूकी के बेस्ट के रूप में देखा जा सकता है. इसे एक ऐसा दाव बोला जा सकता है, जिसमे जीत हांसिल की गयी है.

PeepingMoon.com 'The Big Bull' को 4 मूंस देता है.

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