क्वीन जैसी सुपरहिट फिल्म देने वाले विकास बहल ZEE5 की अगली वेब सीरीज सनफ्लावर लेकर आ रहे हैं. बता दें कि सुनील ग्रोवर स्टारर यह सीरीज डार्क कॉमेडी है, जिसकी कहानी आपको रोमांच का अनुभव देने के साथ ही ह्यूमर के तड़के के साथ हंसाती भी है. ऐसे में शो में एक अहम भूमिका निभा रही साउथ एक्ट्रेस दयाना एराप्पा ने PeepingMoon.com को दिए अपने खास इंटरव्यू में वेब सीरीज की कहानी, अपने किरदार से लेकर को-स्टार सुनील ग्रोवर और डायरेक्टर विकास बहल के साथ अपने वर्क एक्सपीरियंस और बॉन्डिंग के बारे में खुलकर बात की है.
साउथ से हिंदी इंडस्ट्री का सफर आपने कैसे तय किया ?
-सफर की बात करें तो, मैं ऑडिशन दे रही थी, लेकिन यहां सेलेक्ट होने से पहले मैं लकी हूं कि मेरी साउथ की फिल्म रिलीज हो गयी थी. मुझे 2 साल लगा हिंदी में ऑडिशन कर- कर लेकिन अब मुझे हिंदी में मौका मिला, तो 2020 में मैंने अपना ये ऑडिशन क्रैक किया, तो सफर तो मुश्किल था. मैंने बहुत मेहनत की है और अभी भी बहुत मेहनत कर रही हूं.
सनफ्लावर नाम के साथ ही ह्यूमर जुड़ा है, ऐसे में इसका ट्रेलर रोमांच से भरा होने के साथ बीच-बेच में हंसाता है, तो आप इस वेब सीरीज को किस तरह से देखती हैं?
-जैसे ही मैंने इसकी स्क्रिप्ट को पढ़ा, मैं बार-बार पढ़ते जा रही थी. स्क्रिप्ट इतनी लाइट हार्टेड है कि इसकी हर एक लाइन में कुछ न कुछ है, जैसे सेंस ऑफ़ ह्यूमर, इसमें इतनी कॉमेडी थी, लेकिन यह किसी सीरियस चीज की तरह नहीं है, जो कि ट्रेलर में भी देखा जा सकता है. ये बहुत ही लाइट हार्टेड है, जिसे आप अपने परिवार के साथ देखना चाहेंगे. ये बहुत ही अच्छा सीरीज है.
सुनील ग्रोवर के साथ पहली बार स्क्रीन शेयर करने का आपका अनुभव कैसा था ?
-उनके साथ काम करना ड्रीम के ट्रू जैसा है, क्योंकि मैं उन्हें गुत्थी के किरदार से जानती हूं. तो मुझे पहले दिन ही वो रोल याद आ रहा था, लेकिन एक शख्स के तौर पर भी वो बहुत ही फनी हैं. तो एक भी दिन ऐसा नहीं रहा, जब उन्होंने आपको हंसाया न हो. वह सेट को जिंदा रखते थे. सुनील सर जो हैं, जो सेट पर वो ऑन द स्पॉट भी कैसे लाइन बना लिया करते थे. यहां तक की ऑन स्क्रीन उनका यह अंदाज देखने मिलता था. हम शूटिंग के बाद, एक साथ सभी जाते थे, ऐसा नहीं था कि ये न्यूकमर है और वो बहुत बार काम कर चुके हैं, ऐसा कुछ फर्क नहीं था. डायरेक्टर से लेकर सारे एक्टर इतने सपोर्टिव थे कि पहले दिन से हम लांच साथ में खाते थे. विकास सर हम लोगो के लिए लंच लाते थे, तो ये सब बहुत अच्छा एक्सपीरियंस रहा. सुनील सर ने बहुत मदद की किया, सीन्स करने में अलग तरह की, यहां तक की विकास सर ने भी हमें सहज महसूस कराया. यह चीज एक न्यूकमर के लिए बहुत मायने रखता है.
विकास बहल के साथ कैसी थी आपकी बॉन्डिंग ?
-काम के सिलसिले में पहले दिन से ही उन्होंने मुझे बहुत सहज महसूस कराया था, सुधार करने और बहुत फ्रीडम देते थे. ऐसा नहीं था कि कोई चीज याद करके बोलो, बल्कि बोलते थे कि लाइन्स अपने हिसाब से लाइन में ऐड कर सकते हो. ऐसा वाला फ्रीडम जैसे की मैं खुद एक एक्सपेरिएंस्ड एक्टर नहीं हूं, तो मुझे नहीं पता था कि ऐसा भी कुछ हो सकता है. तो वही उनके साथ बॉन्डिंग बहुत फ्रेंडली थी. और किसी को ऐसे नहीं ट्रीट किया कि वो सेर्नियर एक्टर है या जूनियर एक्टर है, तो ऐसा अनुभव मैंने पहली बार किया. न्यूकमर के लिए ऐसा अनुभव होतो लोगों को और कॉन्फिडेंस होगा कि इंडस्ट्री अच्छी है और लोग बहुत वेलकमिंग हैं. तो ऐसा फील हुआ कि उनके साथ और काम करना चाहती हैं.
आने वाले समय में किन फिल्ममेकर्स और एक्टर्स के साथ आप काम करना चाहती हैं?
- लिस देखा जाये तो बहुत बड़ा है. अभिषेक कपूर जैसे उन्होंने केदारनाथ बनाई थी और अभी उनकी नयी फिल्म चंडीगढ़ करे आशिकी आ रही है. अनुराग बासु भी हैं और साउथ में गौतम सर हैं, राजामौली हैं. ऐसे लिस्ट देखा जाये तो बहुत लम्बी है. लेकिन मैं विकास सर और महेश सर के साथ फिर काम करना चाहती हूं. एक्टर्स की बात करूं तो, रजकुमार राव, आयुष्मान खुराना, रणबीर कपूर तो ऐसे हैं, लेकिन उम्मीद कर सकते हैं.
वेब सीरीज में कैसा होने वाला है आपका किरदार ?
- ये देखने वाले के नजरिये पर निर्भर करता है, क्योंकि किरदार डार्क नहीं है. जो किरदार है वो अपनी लाइफ खुलकर जीने वालो में से होती है. किस की वह परवाह नहीं करती, किसी की राय उसे प्रभावित नहीं करती. बल्कि सोसाइटी में वो टारगेट बन जाती है, क्योंकि वह सोचते हैं, वो अनैतिक है. रेबेलियस है लेकिन निगेटिव तरीके से नहीं.