विक्रांत मैसी नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई अपनी आखिरी फिल्म 'गिन्नी वेड सनी' की सफलता से फिलहाल सातवे आसमान पर हैं. फिल्म में विक्रांत को यामी गौतम के साथ देखा गया है. एक्टर जिन्हे सही वजहों के कारण नेटफ्लिक्स का नया पोस्टर बॉय कहा जा सकता है, ने PeepingMoon.com के साथ एक स्पेशल इंटरव्यू में टीवी से वेब और फिल्मों तक की सीमाओं को पार करने पर खुलकर बात की है.
इंटरव्यू के दौरान, विक्रांत, जिन्होंने बेहद लोकप्रिय टेलीविजन शो बालिका वधु में अपने अपनी एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी, उन्होंने एक्टर्स को गलत तरीके से उनके माध्यम के मुताबिक अलगाव करेने के बारे में बात की है, जिसमे टीवी, फिल्में और डिजिटल का नाम शामिल है. वह शायद उन कुछ एक्टर्स में से एक हैं, जिन्होंने टीवी से फिल्मों और फिर वेब में अपनी जगह बनाई है. इसपर रोशनी डालते हुए विक्रांत ने कहा, "मुझे लगता है कि थोड़े बाद यह आपके मन में आता है. हालांकि, मैंने इसकी वजह से मुख्य रूप से काम नहीं किया है. मुझे लगता है कि बहुत पहले मुझे एहसास हुआ कि यह टीवी हो, या फिल्में या अब स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म, वे सभी एक ही छतरी के नीचे आते हैं. मैं हमेशा मानता था कि वे सब साथ यह सकते हैं. ये बहुत ही बुरी चीज है कि मुझे पता नहीं किसके दबाव और ज़बरदस्ती के कारण हम हमारे दिमाग में चीजों को डिवीड कर लेते हैं."
(यह भी पढ़ें: अब मेकर्स मुझे कैपेबल हीरो के रूप में देखते हैं- विक्रांत मेस्सी )
उन्होंने आगे कहा है, "हमें पसंद था कि पंकज कपूर 'ऑफिस ऑफिस' के साथ समीक्षकों द्वारा प्रशंसित फिल्में भी करें, नसीरुद्दीन शाह भी. मुझे नहीं पता कि हम इन चीजों को नजरअंदाज क्यों करते हैं, बड़े स्टार्स या फिर फिल्म स्टार्स भी पिछले 15 सालों से टीवी कर रहे हैं. तब हम उन्हें टीवी एक्टर्स के रूप में फिर श्रेणीबद्ध क्यों नहीं करते हैं? मेरा मतलब है कि यह वास्तव में अनुचित है क्योंकि यह सब एक छतरी के नीचे आता है जो एक विशाल समाज है, एक विशाल समुदाय जिसे भारतीय फिल्म इंडस्ट्री कहा जाता है. अलग-अलग भाषाओं की फिल्मों और अलग शैलियों के साथ हमारी विविधता बहुत अधिक है और मुझे लगता है कि हमें अलग तरह से नहीं देखना चाहिए. मेरे मामले में, मैंने उन्हें कभी अलग नहीं देखा."
विक्रांत ये भी कहते हैं कि "जब मैं टीवी कर रहा था तो ऐसा इसलिए था क्योंकि मुझे अपनी प्रतिभा और क्षमता दिखाने के लिए वह मंच मिला था और किसी तरह मैंने महसूस किया कि हम सिनेमा या अच्छे कंटेंट को कैसे बदलेंगे. मुझे विश्वास था कि अच्छे परफॉरमेंस की तारीफ की जाएगी और मैंने इस बदलाव की जल्द से जल्द पुष्टि की और इसने काम किया. मेरी फिल्मोग्राफी इस बात का प्रूफ है कि टीवी एक्टर्स और फिल्म स्टार्स के बीच का फर्क सिर्फ हमारे मन में है."
(Transcripted By: Nutan Singh)