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PeepingMoon Exclusive: 'मुश्किल दौर में कई बार सोचा की इंडस्ट्री से चला जाऊं, पर किस्मत फिर इस ओर ले आती थी': 'महारानी' फेम अमित सियाल

'इनसाइड एज', 'जामताड़ा', 'ए सिंपल मर्डर', 'मिर्जापुर', 'रंगबाज फिर से', 'काठमांडू कनेक्शन' से लेकर 'महारानी' समेत कई वेब सीरीज में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाने वाले अमित सियाल अब किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. अमित वेब सीरीज के बादशाह बन चुके हैं. उन्होंने अपने काम से दर्शकों को बहुत प्रभावित किया है. उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले अमित के लिए यहा तक पहुंचना उतना आसान नहीं था, जितना दिखता है. कहते है ना कामयाबी का असली स्वाद तभी मिलता है जब उस के रास्ते में काटों का हटाकर आगे बढ़े हो. ऐसा ही कुछ अमित ने किया. कामयाबी के रास्ते में आई हर मुश्किल को वो अपने मजबूत संकल्प के दम पर हटाते गए और अपने मुकाम तक पहुंचते गए. आज अमित अपना 46वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे है. अमित के जन्मदिन के मौके पर पीपिंगमून ने अमित के सफर में आए उतार चढ़ाव को जानने से लेकर उनके अपकमिंग प्रोजेक्ट को लेकर बातचीत की. 

सवाल-  हालिया रिलीज महारानी में आपके किरदार नवीन कुमार को लेकर कैसे रिएक्शन्स मिल रहे है. 
जवाब- हम एक्टर जब भी काम करते हैं, आशा करते हैं कि लोगों को हमारा काम पसंद आए, हमारे काम की सच्चाई लोगों को दिखे. जब मैंने यह किरदार सुना था तब मुझे पता था कि यह लोगों को पसंद आएगा पर इतना ज्यादा पसंद आएगा इसकी उम्मीद नहीं थी. कुछ तो अच्छा किया नवीन कुमार ने तभी लोगों ने इतना पसंद किया. मैं हमेशा यही कोशिश करता हूं कि मैं अपना काम सच्चाई से करूं और बाकी सब ऑडियंस पर छोड़ देता हूं, क्या अच्छा है क्या बुरा वो ही डिसाइड करते है. और नवीन कुमार के लिए मुझे लोगों ने बहुत सारे बधाई के संदेश भेजे हैं. मैंने ही नहीं 'महारानी' की पूरी टीम ने बहुत अच्छा काम किया है. सभी की बहुत तारीफ हो रही है. 

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सवाल- 'इनसाइड एज 3' की अनाउंसमेंट हो चुकी है. इस बार आपके किरदार देवेंद्र मिश्रा और सीरीज में क्या सरप्राइज मिलने वाला है. 
जवाब- उसको अभी सरप्राइज ही रहने देते हैं. बहुत जल्दी कुछ न्यूज़ आपके सामने आएगी. 

सवाल- 'इनसाइड एज', 'जामताड़ा', 'ए सिंपल मर्डर', 'मिर्जापुर', 'रंगबाज फिर से', 'काठमांडू कनेक्शन' से लेकर 'महारानी', आपको अपने करियर में अब तक का सबसे टफ किरदार कौन सा लगा. 
जवाब- सभी किरदार मुश्किल होते हैं. सभी किरदार के लिए बहुत तैयारियां करनी पड़ती है. पर हां सबसे ज्यादा चैलेंजिंग किरदार मेरे लिए सीरीज 'महारानी' का कैरेक्टर 'नवीन कुमार' था, क्योंकि ये हार्ड कोर पॉलिटिकल ड्रामा था. नवीन कुमार एक पॉलिटिकल फिगर है, उसका दिमाग एक्सप्रेशन से लेकर बोलने का तरीका सब एक पॉलिटिशियन की तरह है. लम्बी स्पीचेज देता है. तो काफी चैलेंजिंग था यह किरदार निभाना लेकिन राइटिंग इतनी स्ट्रांग थी कि सब आराम से हो गया. हमारे शो क्रिएटर सुभाष जी, डायरेक्टर करण शर्मा और हमारे राइटर, मैंने इन्हीं के ऊपर विश्वास किया. और स्क्रिप्ट इतनी अच्छी तरीके से लिखी गई थी कि मुझे इधर-उधर भटकना ही नहीं पड़ा. 

सवाल- साल 2006 में आपके इंडस्ट्री में डेब्यू किया था. फिर इसके बाद लम्बा ब्रेक...फिर साल 2010 में कमबैक, करियर में बहुत अप्स एंड डाउन आए , कभी सोचा एंक्टिग से मूव ऑन करने का ?
जवाब- मुझे ऐसा लगता है कि मैंने इंडस्ट्री में काफी लेट एंट्री मारी. आई फील कि अगर मैं थोड़ा और पहले आ जाता तो और बेहतर रहता. खैर यह हो जाता है या वो हो जाता यह सब को दिमाग में चलता ही रहता है, मैं उस तरफ अब ज्यादा गौर नहीं फरमाता हूं. बहुत सारी चीजें छोड़ कर, बहुत सारे प्रोफेशन ट्राई करके, मैंने फाइनल ही डिसाइड किया कि मुझे एक्टिंग करनी है. क्योंकि मेरी असली खुशी यही थी तो मैंने सोचा कि अब मुझे यही करना है. एक्टिंग चुनना मेरे लिए बहुत बड़ा डिसीजन था, यह मेरे लिए आर-पार की लड़ाई थी. मैंने सोच लिया था कि यही करना है भले ही अब कुछ भी हो जाए बात बने ना बने पर अब यही करना है. बीच-बीच में बहुत बार निराशा हुई. जिस तरीके का आप काम करना चाहते हैं आपको वो मिलता नहीं और जो मिलता है वो काम आप करना नहीं चाहते. कई तरीके के पड़ाव लाइफ में आए. कई बार दिमाग में आया कि अब इंडस्ट्री छोड़कर चला जाऊं, पर इसे मेरी किस्मत ही कहे कि जब भी दिमाग में आता था कि यहां से चला जाऊं तभी कुछ ना कुछ काम मिल जाता था और फिर मैं मुंबई में रुक जाता था. तो यह डेस्टिनी ही है कि मैं कहीं और फोकस नहीं कर पाया और एक्टिंग की ओर आ गया. और आई एम वेरी फॉर्च्यूनेट की जो मैं करना चाहता हूं वो मैं कर रहा हूं और एक बेहतर जगह हूं. 

सवाल- कैसे शुरुआत की थी. एक्टिंग में आने से पहले आप क्या करते थे ?
जवाब- मैं बी.कॉम (ऑनर्स) की पढ़ाई करने के बाद इंटरनेशनल बिजनेस में पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा, मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया से किया था. इसी के साथ मैंने मेलबर्न में रहकर काफी सारा थिएटर भी किया. अपने खर्चे चलाने के लिए वहां टैक्सी भी चलाई. 8 साल की उम्र से एक्टर बनने का सपना देखता था. एक्टिंग में काफी दिलचस्पी थी लेकिन फैमिली प्रेशर में ऑस्ट्रेलिया कोर्स करने जाना पड़ा. वहां से लौटकर बैरी जॉन के एक्टिंग स्कूल से एक्टिंग के गुर सीखे. काफी ट्राय किया लेकिन फिल्मों में काम नहीं मिला. इस दौरान कई सालों तक एक कोर्पोरेट जॉब भी की. लेकिन 2003 में ये जॉब छोड़ दी और वापस थिएटर की ओर मुड़ गया. और फिर घर चलाने के लिए रेस्त्रां में बर्तन धोए, दिल्ली में फूड जॉइंट भी चलाया फिर एक दोस्त से मुलाकात हुई जो प्ले बनाता था. एक्टिंग का पैशन फिर से जागा और मैं मुंबई आ गया. यहां काफी संघर्ष के बाद मुझे तनुजा चंद्रा की एक फिल्म 'होप एंड ए लिटिल शुगर' मिली लेकिन ये फिल्म बन ही नहीं पाई तो निराशा आ गई मन में. इसके बाद मुझे दिबाकर बैनर्जी की फिल्म 'लव सेक्स और धोखा' मिली जिसमें मेरे काम को काफी सराहा गया था. इसके बाद फंस गए रे ओबामा, पीटर गया काम से जैसी फिल्म की लेकिन मुझे सही मायनो में पहचान ओटीटी प्लेटफॉर्म के जरिए ही मिली है जिसके लिए मैं ओटीटी प्लेटफॉर्म का काफी शुक्रगुजार हैं.  

सवाल- किस तरीके के रोल करने की इच्छा है? 
जवाब- मैंने अब तक गंभीर किरदार निभाए हैं. मैं एक रोल में टाइपकास्ट नहीं होना चाहता. मैं अब कॉमेडी और रोमांस वाले किरदार करना चाहता हूं. मैंने बीच में एक फिल्म की थी उसमें मेरा कैरेक्टर बहुत लाइट था, लेकिन वह फिल्म कब आई कब गई पता ही नहीं चला. मैं कोशिश कर रहा हूं कि अब मैं गंभीर किरदारों से हटकर कुछ और करूं

सवाल- आपके अपकमिंग प्रोजेक्ट कौन-कौन है ? 
जवाब- अभी मैं रणदीप हुड्डा के साथ 'इंस्पेक्टर अविनाश' फिल्म कर रहा हूं. और अभी शूटिंग धीरे-धीरे चालू हो रही है तो धीरे-धीरे कई प्रोजेक्ट की अनाउंसमेंट होगी. कई प्रोजेक्ट्स पाइपलाइन में है.

सवाल- बॉलीवुड में किन एक्टर्स के काम से सबसे ज्यादा इम्प्रेस है ?
जवाब- मैं अमिताभ बच्चन का बहुत बड़ा फैन हूं. उनसे ही इंस्पायरर होकर मैं एक्टिंग की ओर आया हूं. शुरू से मैं बच्चन साहब की फिल्में देखता आया हूं. उनकी फिल्में देखने के बाद मेरे दिमाग पर बच्चन साहब ही रहते थे. एक्टिंग की ओर मुझे धक्का देने में बच्चन साहब का बहुत बड़ा हाथ है. और जब एक्टिंग की फील्ड में आ गया तब प्रोफेशनली एक्टिंग और थिएटर किया तो और भी आंखें खुली. फिर बाकी कलाकारों के बारे में भी जाने का मौका मिला. ओम पुरी जी, परेश रावल जी बहुत शानदार कलाकार है. मेरे दिल में बहुत तमन्ना थी कि मैं इरफान जी के साथ काम करूं, पर अभी तमन्ना पूरी नहीं हो पाएगी. और इसके अलावा मनोज बाजपेयी जी, मुझे ऐसा लगता है कि हमारी इंडस्ट्री में एक से बढ़कर एक कलाकार है. टैलेंटेड कलाकारों की लिस्ट बहुत लंबी है.

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