By  
on  

PeepingMoon Exclusive: 'मैं कभी भी फेयरनेस क्रीम का ऐड नहीं करूंगी क्योंकि ऐसी बातें प्रमोट करना ही गलत है': 'शादीस्थान' फेम मेधा शंकर

टैलेंटेड यंग स्टार मेधा शंकर को हॉटस्टार पर अपनी पहली फीचर फिल्म 'शादीस्थान' के लिए काफी तारीफ मिल रही है. फिल्म में उनके किरदार अर्शी को दर्शक काफी पसंद कर रहे है. फिल्म में मेधा के अलावा कीर्ति कुल्हारी, निवेदिता भट्टाचार्य लीड रोल में है. फिल्म में अर्शी का परिवार उसकी इच्छा के विरुद्ध उसकी सगाई करना चाहता है. मेधा ने अर्शी के इमोशन्स से लेकर गुस्से को बहुत बेहतर ढंग से जीया है. वही हाल ही में मेधा ने पीपिंगमून के साथ खास बातचीत की इस दौरान एक्ट्रेस ने फिल्म में अपने किरदार की जर्नी से लेकर कीर्ति कुल्हारी, निवेदिता भट्टाचार्य के साथ काम करने के एक्पिरियंस को शेयर किया. साथ ही कई बड़े ब्रांड के ऐड कर चुकीं मेधा ने फेयरनेस क्रीम का ऐड को ना करने की वजह बताई.

सवाल-  'शादीस्थानमें आपने अर्शी का किरदार निभाया है, कैसी रही इस किरदार की जर्नी ?
जवाब- किरदार की जर्नी बहुत अच्छी रही और जिस तरीके का रिस्पांस मिल रहा है उसको देख कर भी बहुत अच्छा लग रहा है. ऑडियंस का इतना अच्छा रिस्पांस मिल रहा है तो बहुत खुशी मिल रही है. पूरी टीम बहुत ज्यादा खुश है. इंस्टाग्राम पर लड़कियां मुझे मैसेज भेज रही है कि वे इस कैरेक्टर से बहुत रिलेट कर रही हैं. और इसी के साथ लोग अपनी पर्सनल स्टोरीज भी बता रहे हैं तो बहुत अच्छा लग रहा है यह सब देख कर. 

 

PeepingMoon Exclusive: 'मुश्किल दौर में कई बार सोचा की इंडस्ट्री से चला जाऊं, पर किस्मत फिर इस ओर ले आती थी': 'महारानी' फेम अमित सियाल

सवाल- कीर्ति कुल्हारी, निवेदिता भट्टाचार्य के साथ काम करने का एक्पिरियंस कैसा रहा ?
जवाब- सबके साथ काम करने का एक्सपीरियंस बहुत ही शानदार रहा. यह  सब एक्टिंग के दिग्गज कलाकार है. कीर्ति की बात करूं तो, वे जिस तरह से किरदार निभातीं हैं, जिस तरीके के स्ट्रांग कैरेक्टर वे सेलेक्ट करती हैं, यह बहुत इंस्पायरिंग है. जितना पर्दे पर वे स्ट्रांग दिखती हैं रियल लाइफ में भी उतनी ही मजबूत इंसान है. उनके साथ काम करके बहुत कुछ सीखने को मिला है. एंड निवेदिता बहुत ही ब्यूटीफुल एक्ट्रेस हैं. मेरे जैसे न्यूकमर के लिए उनके साथ काम करना मतलब बहुत कुछ सीखना है. एंड मैं बहुत शुक्रगुजार हूं कि मुझे इन जैसे कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला. जब मैं उनके साथ सीन शूट करतीं थी तब भी सीखा करतीं थी और जब मेरे सीन्स नहीं होते थे तो मैं दूर रहकर उनको देखा करतीं थीं. ये बहुत अच्छा एक्सपीरियंस रहा है
.

सवाल- 'लोग क्या कहेंगे', 'समाज क्या सोचेगा' के डर से लड़की की शादी को उसके जीवन का अंतिम सत्य मानने वाली सोच पर सीधा प्रहार करती है शादीस्थान. आप इस पर क्या कहेंगी ?
जवाब- मेरे हिसाब से बचपन से बच्चों के दिमाग में ये जो डाला जाता है कि शादी तुम्हारे जीवन का सबसे खूबसूरत पल है, मुझे इसी बात से परेशानी है. मेरा मतलब कि शादी जो शादी करना चाहता है करें लेकिन जो अपने करियर पर फोकस करना चाहता है, उस पर दबाव ना बनाया जाए क्योंकि हमारी लाइफ में शादी के अलावा भी बड़े मोमेंट्स आते हैं. सबकी अपनी अपनी सोच होती है कोई चाहता है शादी करना कोई चाहता है करियर पर फोकस करना, सबकी अपनी अपनी चॉइसेस है. बचपन से स्पेशली लड़कियों के मन में यह बात डाल दी जाती है कि शादी तुम्हारा अंतिम सत्य है और यह बातें यहीं नहीं रुकती है शादी के बाद बच्चे फिर दूसरे बच्चे यह डिमांड बढ़ती जाती है. तुम्हें यह सब नहीं मानती कि आप कंप्लीट तभी होओगे कि जब आप शादी करोगे या मां बनोगे. शादी को लेकर उम्र भी तय की जाती है कि तुम्हें कितनी एज में शादी कर लेनी चाहिए. तो मेरा मानना है यह सब अपनी पर्सनल राय है आपको शादी कितनी उम्र में किस वक्त किसके साथ कब कैसे और क्यों करनी है. इससे समाज का कोई लेना देना है. शादी के बाद समाज कभी काम नहीं आता है. आपको हमेशा वह काम करना चाहिए जो आपको खुशी दें क्योंकि अच्छा करें या बुरा लोगों को सब चीज में दिक्कत होती है. तो इसमें कभी भी किसी का दबाव लेकर कुछ नहीं करना चाहिए
.

सवाल- बचपन से एक्टिंग का सोचा था.  और एक्टिंग में पहला ब्रेक कैसे मिला ?
जवाब- मैं बचपन में बहुत ज्यादा शर्मीली थी. तो तब कोई सोच भी नहीं सकता था कि मैं एक्ट्रेस बनूंगी, यहां तक कि अभी भी मेरे स्कूल के दोस्त मुझे मैसेज करके पूछते हैं कि क्या तुम सच में एक्ट्रेस हो. पर हां मेरी मम्मी शुरू से बहुत एक्टिव थी. डांसिंग सिंगिंग सब में अव्वल थी. और जब मैं 19 या 20 साल की हुई तब मेरे मम्मी के गुण मेरे अंदर धीरे-धीरे आने लगे. मैं शुरू से पढ़ाकू टाइप बच्ची रही थी. जब कॉलेज में थीं, तब एक दोस्त ने बोला कि तुम फिल्मों के लिए ऑडिशन क्यों नहीं देती हो. तो मैंने एक शॉर्ट फिल्म के लिए ऑडिशन दिया था और मेरा उसमे सेलेक्शन भी हो गया था और मेरा उससे जुड़ा एक्सपीरियंस भी बहुत शानदार रहा था. ग्रेजुएशन करने के दौरान मुझे रियलाइज हुआ कि मुझे इस क्राफ्ट से बहुत प्यार है. तब मुझे समझ आ गया था कि मेरे लिए एक्टिंग सिर्फ ग्लेमर यह सुंदर दिखने का कोई जरिया नहीं बल्कि मुझे इससे प्यार हो गया था. मुझे महसूस हुआ कि यह क्राफ्ट मुझे सही मायनों में खुशी देता है. तब मैंने सोच लिया था कि मैं अपनी पढ़ाई पूरी करके जरूर मुंबई आऊंगी और एक्टिंग में ट्राई करूंगी. और सच में जो सोचा था वह पूरा हुआ. मैं ने साल 2018 में अपना करियर शुरू किया था. उसके बाद मुझे बहुत अच्छे प्रोजेक्ट्स मिले हैं. आई एम वेरी ग्रेटफुल.

सवाल- आपने बहुत सारे ब़ड़े ब्रांड के एड में काम किया है. कोका कोला, पेटीएम, फैशन एट बिग बाजार आदि. एक एक्ट्रेस के तौर पर फेरसनेस क्रीम के ऐड को लेकर आप क्या कहेंगे ?
जवाब- पहली बात मैं बिलीव करती हूं कि सबकी अपनी पर्सनल चॉइस होती है. कोई अगर फेयरनेस क्रीम का विज्ञापन कर रहा है तो यह उनकी चॉइस है, लेकिन मैं कभी भी फेयरनेस क्रीम का ऐड नहीं करूंगी. मैं किसी भी ऐसी चीज को प्रमोट नहीं करूंगी जिस पर मैं यकींन नहीं करतीं हूं. मेरे ख्याल से फेयरनेस क्रीम को लेकर एक अच्छा और स्ट्रांग मैसेज लोगों के बीच में नहीं जाता है. मैं इस कांसेप्ट को नहीं मानती हूं कि गोरा हमेशा अच्छा होता काला बुरा होता है. और जो भी यह ऐड करते हैं यह मैसेज देते हैं वह सही नहीं. 

सवाल- आपके अपकमिंग प्रोजेक्ट्स ?
जवाब- मैं अभी एक प्रोजेक्ट के लिए शूटिंग कर रही हूं पर अभी बता नहीं सकती हूं बहुत जल्दी अनाउंसमेंट होगी. पर यह ऐसा कैरेक्टर है जो लोगों ने अभी तक नहीं देखा होगा. मैं अपनी इस प्रोजेक्ट के लिए बहुत ज्यादा एक्साइटेड हूं.

Author

Recommended

PeepingMoon Exclusive