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PeepingMoon Exclusive: गायत्री अय्यर की OTT डेब्यू फिल्म है नेटफ्लिक्स की 'पेंटहाउस', को-स्टार अर्जुन रामपाल के सेंस ऑफ ह्यूमर को देख हुईं थी सरप्राइज

फिल्ममेकर अब्बास-मस्तान 'पेंटहाउस' के साथ अपना ओटीटी डेब्यू कर रहे हैं. उनकी यह फिल्म बेल्जियन मर्डर मिस्ट्री की रीमेक है, जिसके सभी किरदार आपको रोमांच के साथ सस्पेंस से भरी एक दिलचस्प दुनिया की सैर कराएंगे. फिल्म में एक्टर अर्जुन रामपाल के ऑपोसिट नजर आने वाली साउथ एक्ट्रेस गायत्री अय्यर ने PeepingMoon.com से की गयी खास बातचीत में, अपने किरदार से लेकर को-स्टार्स और कोरोना वायरस के बीच की गयी शूटिंग पर खुलकर बात की है. 

प्र: आपने अपनी बॉलीवुड डेब्यू की शुरुआत अजय देवगन स्टारर फिल्म 'रेड' के साथ कि थी, यह ब्रेक आपको कैसे मिला?

-- रेड से पहले से ही मैं साउथ में फिल्में कर रही थी. उस समय मैं मुंबई में रह रही थी और साउथ के कई प्रोजेक्ट्स मेरे हाथ में थे. दरअसल, हुआ यूं की यह कास्टिंग का रेगुलर प्रोसेस था और उन्हें इस फिल्म के लिए कोई ऐसा चाहिए था, जिसने इससे पहले हिंदी फिल्मों में काम न किया हो. तो इस तरह से ऑडिशन हुआ और उसके बाद कुछ राउंड्स और लुक टेस्ट के बाद मुझे इस रोल के लिए चुना गया.

(यह भी पढ़ें: PeepingMoon Exclusive: डायरेक्टर अब्बास-मस्तान की नेटफ्लिक्स की फिल्म 'पेंटहाउस' बेल्जियन मर्डर मिस्ट्री की है रीमेक)

प्र. बहुत कम एक्ट्रेसेस हैं जिन्होंने हिंदी, कन्नड़, तेलुगु और बंगाली जैसी 4 भाषाओं की फिल्मों के अलावा हॉलीवुड में भी अपने जलवे बिखेरे हैं, इसपर आप क्या कहेंगी ?

-- मैं इस चीज के लिए सच कहूं तो खुश हूं, दरअसल मैं साउथ की चार भाषाएं बोल लेती हूं. फ़िल्में करते-करते मैंने कन्नड़ और तेलुगु सिख ली है, जबकि तमिल और मलयालम मेरी मदर टंग है. मुझे हर नए रोल को करना अच्छा लगता है, तो बंगाली जब मैंने किया था, तो सारे डायलॉग मैंने खुद से याद कर के बोले थे. तो हर एक भाषा की इंडस्ट्री अलग होती है लोग अलग होते हैं, उनका काम करने का तरीका अलग होता है. तो यह बहुत अच्छा है, अगर किसी को यह सब करने मिल जाये तो. बात करें हॉलीवुड की तो, वो तो बहुत अलग है, हमारी इंडस्ट्री से बहुत ज्यादा अलग है. मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे इन सभी भाषाओं में काम करने का मौका मिला. 

प्र. फिलहाल आप अब्बास मस्तान की पेंटहाउस में अर्जुन रामपाल के अपोजिट नजर आने वाली हैं, उनके साथ काम करने का आपका अनुभव कैसा था ?

-- दरअसल हम कोरोना की पहली लहर के पहले इसके लिए शूटिंग शुरू करने वाले थे. तो इस तरह से शायद मार्च या फिर अप्रैल में हमारी शूट होने वाली थी और उसे हम थाईलैंड में करने वाले थे. लेकिन तुरंत लॉकडाउन हो गया और कोविड की वजह से हमें इसकी शूटिंग मुंबई में करनी पड़ी और वह भी नवंबर दिसंबर के महीने में. तो इस तरह से बहुत सारी रिस्ट्रिक्शंस के साथ आना पड़ा उन्हें, इसमें सारे कार्यक्रम बेहद अहम हैं और इनकी शूटिंग के साथ भीड़ की भी बहुत जरूरत थी. 

लेकिन नवंबर में इन सभी चीजों को कट डाउन करना पड़ा, इतना ही नहीं बहुत सारी सींस को भी कट डाउन करना पड़ा. लेकिन यह सब होने के बावजूद हम सब ने एक साथ बहुत अच्छा समय बिताया. हम जैसे कि थाईलैंड में नहीं मुंबई में शूटिंग कर रहे थे. हर चीज एक साथ फेस कर रहे थे, लेकिन यह एक्सपीरियंस बहुत अच्छा था. मेरा तो अब्बास मस्तान के साथ यह फर्स्ट प्रोजेक्ट है तो मैं इसे लेकर बहुत नर्वस थी. लेकिन उनके साथ काम करने के बाद मैं बहुत कंफर्टेबल थी क्योंकि वह बहुत डाउन टू अर्थ हैं और सभी एक्टर्स को सम्मान देते हैं. दूसरी तरफ बॉबी देओल, अर्जुन रामपाल, शरमन जोशी जैसे स्टार्स से काम करने का अनुभव बेहद अच्छा था.

प्र: कैसा होने वाला है आपका किरदार ?

इसके किरदार हाई क्लास सोसायटी से ताल्लुक रखते हैं. इसमें मौजूद पति-पत्नी (अर्जुन-गायत्री) के किरदारों की खास बात यह है कि आखिरी तक आपको पता नहीं चलेगा कि यह निगेटिव हैं की पॉजिटिव. तो इसे देखते हुए आपके मन में यह सस्पेंस बना रहेगा. मेरे किरदार की खास बात यह है कि इसके सीन्स लगभग सारे एक्टर्स के साथ हैं, तो सिर्फ अर्जुन सर ही नहीं मैंने सभी के साथ स्क्रीन शेयर किया है. तो वो भी मेरे लिए बहुत चैलेंजिंग, क्योंकि मेरे शूट के पहले दिन ही मेरा बहुत लम्बा मोनोलॉग था. ये मेरे लिए बहुत बड़ा चैलेंज था, क्योंकि मैं किसी से मिली नहीं थी और पहले ही दिन ये था.

प्र: 'पेंटहाउस' बेल्जियन मर्डर मिस्ट्री की है रीमेक, ऐसे में प्रोजेक्ट का आपको मिला आपके लिए कितना उत्साहित करने वाला था ?

-- अब्बास मस्तान के साथ ही काम करना बहुत बड़ी बात है. इसके साथ ही खास बात यह है कि ये के भाषाओं में रिलीज की जाएगी. दूसरी बात यह है कि ये मेरा OTT डेब्यू है. तो इस फ़िल्म से जुड़ी बहुत सारी चीजें हैं.

प्र: अर्जुन रामपाल के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर करने का आपका अनुभव कैसा था ?

-- वो एक ऐसे इंसान हैं, जिसका बहुत अच्छा सेंस ऑफ ह्यूमर है. उन्हें देख के ऐसा नहीं लगता है. उन्हें ऑन स्क्रीन देख कर ऐसा लग रहा था कि बहुत सीरियस होंगे लेकिन असल में बहुत फनी टाइप के हैं. ये मेरे लिए किस सरप्राइज जैसा था. उन्होंने मुझे पहले दिन से बहुत सहज महसूस कराया था. तो उनके साथ काम करने का अच्छा एक्सपीरियंस था. 

प्र: 'पेंटहाउस' के सेट से जुड़ा कोई मजेदार किस्सा ?

-- मेरा पहले दिन ही किया गया मोनोलॉग, जिसके बारे में मैंने अब्बास मस्तान सर से पूछा था कि मुझसे कौन सी दुश्मनी आप लोगो ने निकाली है. आते ही फर्स्ट डे, फर्स्ट शॉट मुझे मोनोलॉग दे दिया. दरअसल, लॉकडाउन की वजह से न रिहर्सल हुई थी न कुछ. ये एक मजेदार किस्सा है और साथ में मुझे ऐसा भी महसूस हुआ था कि मेरे साथ पहले ही दिन रैगिंग की गयी है.

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